पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/२७०

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[३ पन्न गिनती २८। और उन की सेना और जा उन में गिने गये सो एकतालीस सहल पांच सौ थे ॥ २८ । फिर मफताली को गोष्ठी और वेनान का बेटा अखिरः नफनाती के संतान का प्रधान होवे॥ ३० । और उस की सेना और जो उन में गिने गये सो निरपन सहल चार सौ थे॥ ३१ ॥ सोमबजा दान की छावनी में गिने गये से एक लाख सत्ताबन सहन छ' माघे वे अपने झंडों को लेके पोछे पीके हैं। ३२ । इमराएल के संतानों में जो उन के पितरों के घरानों में गिने गय चे य हैं वे सब जो नंबू में उन की शानियों की समस्त सेनों में जा गिने गये थे छः लाख नौन सहन पांच मा पचास थे॥ ३३ । परंतु जैसा परमेश्वर ने नमा को अाज्ञा किई थी लाबी इसराएल के संतानों में न गिने गये। ३४। और दूसराएल के संतानों ने उन सब अाज्ञायों को जो परमेमारने मसा से कही घी वैसा ही किया हर एक अपने कुल के ममान और अपने पितरों के घरानों के समान उन्होंने अपने अपने झंडों के पास डेरा किया और वैमा ही आगे बढ़े। ३ तीसरा पर्व। जस दिन परमेश्वर ने सोना पहाड़ पर ममा से बातें किई हारून और मसा की पीढ़ी ये हैं। २। और हारून के बेटों के ये नाम हैं नव पहिलोठा और अबित और इलिअजर और ईतमर ॥ ३। हारून याजक के बेटी के ये नाम हैं जिन्हें उस ने याजक के पद की सेवा के लिये स्थापा और अभिषेक किया। ४। और नदव और अविज्ञ जब उन्हों ने सीना के अर एध में परमेश्वर के आगे उपरी चाग चड़ाडू तब परमेम्बर के आगे निःश मर गये और इलिअजर और ईतभर अपने पिता हारून के समीप याजक के पद में सेवा करते थे॥ ५। फिर परमेश्रार भूसा से कहके बोला । ६ कि लावी की मोष्ठी को समीप ला और उन्हें हारून याजक के आगे कर जिसने वे उस की सेवा कर ।। ७। और वे उस की आज्ञा की और मंडली के तब के प्रागै समस्त मंडली कौ रक्षा करें जिसने तंव की सेवा कर॥ । और वे मंडली के तंबू के सव पात्र और दूसराएल के संतानों का पालन करें जिसत तंब की सेवा करें।