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किया गया और जीता भैंसा आग में डाल दिया गया। कुछ दिन बाद मुकदमा वे जीत भी गये। और ज्योतिषी जी को १०००) रु॰ और दुशाला भेंट मिला। कहाँ तक हम इस प्रकार के उदाहरण दें। पाठक इसी से बहुत कुछ अनुमान कर सकते हैं। इस लिये अधिक विस्तार न कर इस विषय को यहीं समाप्त करते हैं।