पृष्ठ:निबन्ध-नवनीत.djvu/७१

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
(४१)

निसे पाट दें, भारतवासीमात्र को एक याप के बेटे की तरह यार करें, अपने २ नगर में नेशनल काग्रेस की सहायक उमेटी कायम करें, ऐंटी काग्रेसवालो की टाय २ पर ध्यान । दें। यस नागर नट की दया में सारे अभाव झट पट हट जायगे, और हम सब बातों में टच हो जायगे। यह 'टकार' मेरस सी होती है, इससे इसके सम्बन्धी आरटिकिख में केसी नटपट सुन्दरी की चटक मटक भरी चाल और गालों र लटकती हुई लट, मटकती हुई आंखों के साथ इट! अरे इट! की बोलचाल का सामना तो लान सकते थे, केवल प्रटोल रटाल के थोडी सी पटीटरी की टेंक निभा सी है। प्राशा है कि इसमें की कोई यात टेंट में पोत राखिएगा तो का सामरगुण ही फरेगी। योखोटेदी टामवाले की जै

_______