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अङ्क ४]
[दृश्य १
न्याय
सकी। अब अगर वह मर रहा हो तो मैं उसके पास नहीं जाऊंगी।
कोकसन
[खड़ा होकर इस तरह कन्नी काटता है, मानो अग्निप्रवाह से बच रहा हो]
हमें इतना आपे से बाहर न होना चाहिए—क्यों?
रुथ
[क्रोध से]
जो आदमी ऐसा कमीना बर्ताव......
[सन्नाटा छा जाता है।]
कोकसन
[स्वभाव के विरुद्ध अनुरक्त होकर]
हाँ, तो फिर तुमने क्या किया?
रुथ
[सिहरकर]
पहिली बार उसे छोड़कर जो करती थी वही काम फिर शुरू किया। कमीज़ों की सिलाई सस्ती बेचनी पड़ती थी।
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