पृष्ठ:न्याय.pdf/२६०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
अङ्क ४]
[दृश्य १
न्याय

फ़ाल्डर

लेकिन साहब—

जेम्स

[गम्भीर होकर]

देखो श्रीमती हनीविल, तुम्हें इनसे प्रेम है?

रुथ

हाँ, साहब, मैं उनसे प्रेम करती हूँ।

[फ़ाल्डर की ओर दुखित नेत्रों से देखती है।]

जेम्स

तब तुम उसके रास्ते का काँटा नहीं बनोगी—क्यों?

रुथ

[कंपित कंठ से]

मैं उसकी सेवा कर सकती हूँ।

२५७