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इस तन्त्र में—
- १. उल्लू का अभिषेक
- २. बड़े नाम की महिमा
- ३. बिल्ली का न्याय
- ४. धूर्तों के हथकंडे
- ५. बहुतों से वैर न करो
- ६. टूटी प्रीति जुड़े न दूजी बार
- ७. शरणागत को दुत्कारो नहीं
- ८. शरणागत के लिए आत्मोत्सर्ग
- ९. शत्रु का शत्रु मित्र
- १०. घर का भेदी
- ११. चुहिया का स्वयंवर
- १२. मूर्खमंडली
- १३. बोलने वाली गुफा
- १४. स्वार्थसिद्धि परम लक्ष्य