यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।
सिंघी जैन ग्रन्थ मा ला +trimm[ ग्रन्यांक ३४ ]itter कविराज-खयंभूदेव-विरचित पउमचरिउ [अपभ्रंशभाषाप्रथित पौराणिक महाकाव्य] SODALCHAND STAGI UTI श्री डालचर जी सिंघा SINGHI JAIN SERIES +++++++++++++++++++++[NUMBER 34 ]+++++++++++++++ PAUMACARIU (A PURĀNIC EPIC IN APABHRAMSA) Composed by Kavirāja Svayambhūdeva