पृष्ठ:परमार्थ-सोपान.pdf/१४४

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८६ परमार्थ सोपान [ Part I Ch. 3 9. DADU'S PRAYER TO KEEP HIM EVER ON THE RIGHT PATH. तौ निवहें जन सेवक तेरा ऐसे दया करि साहिब मेरा ॥१॥ ज्यूँ हम तोरें, त्यूँ तू जोरै हम तारें, पै तू नहि तोरै 11211 हम विसरें, त्यों तू न विसारै हम विगरें, पैतून विगारै ॥३॥ हम भूलें, तू आनि मिला हम बिछुरें, तू अंग लगावै ॥ ४ ॥ तू भावै, सो हम में नाहीं दादू दरसन देहुँ गुसाँई ॥५॥