पृष्ठ:परमार्थ-सोपान.pdf/१९६

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STY परमार्थसोपान [ Part 1 Ch. 4 ( Contd. from p. 136 ) अजर देश की हवा देख ले, अमर कुण्ड मों न्हाना | भगवा पट की बाँध निशानी, पीछे मत हटना कहत कबीर सुनो भाई साधो, बार बार नहिं आना । जोही गुरु का पूरा होगा, वोही बात पहचाना ॥ ४ ॥ ॥ ५॥