पृष्ठ:परमार्थ-सोपान.pdf/३२६

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२६८ • परमार्थसोपान [ Part II Ch. 5 • CHAPTER 5 The Highest Ascent. 1. INTUITION vs. INTELLECT. लिखा पढ़ी की बात नहिं देखा देखी बात | दुलहा दुलहन मिल गए, फीकी परी बरात || 2. SEEING, THEY CANNOT PERCEIVE; HEARING THEY CANNOT UNDERSTAND. तुलसी या संसार को, भयो मोतियाविन्द | है नियरे सूझे नहीं, लानत ऐसी जिन्द || 3. INTERNAL PERCEPTION. हाथ छुड़ाए जात हौ, निवल जानि के मोहिं । हिरदय से जब जाहुगे, सबल बौंगो तोहि ॥