पृष्ठ:परमार्थ-सोपान.pdf/५४६

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28 घर घर माँगे टूक 29 घर राखे घर जात है 27 गुरु तो वही सराहिए 1 IV 200 III 8 II 12 30 चढ़ा मन्सूर सूलीपर II 14 31 चलती चक्की देखके 1II 6 32 चलो सखी तहँ जाइए III 11 33 चित्रकूटके घाट पर III 9 34 चींटी चावल ले चली II 1 35 छीररूप सतनाम है IV 1 36 जिन खोजा तिन पाइया 37 जो चाहे आकार तू IV 20 38 जो देखे सो कहै नहीं 39 जो रहीम उत्तम प्रकृति 40 जो गूंगे के सैन को 41 तरुवर फल नहीं खात है 42 तुलसी ऐसे नामको 43 तुलसी कर पर कर करें 44 तुलसी मूरति राम की 45. तुलसी यह जग आयक 46 तुलसी या संसार को III 12 V4 II 3 V 5 V 32 IV 22 II 9 III 3 II 11 V 2 47 तू रहीम मन आपनो 1V 18 48 दी गई मन्सूर को सूली 49 धरनी पलक पर नहीं V 27 V 17 50 नाम रामको कल्पतरु IV 12 51 निराकार को आरसी III 13 52 नोन गला पानी मिला V 34 53 पाती झडती देखते I 2 54 पिञ्जर प्रेम प्रकासिया 55 पियको हेरन में गयी 56 पीछे माँगे चाकरी . V 18 V 22 III 10