पृष्ठ:परिवार, निजी सम्पत्ति और राज्य की उत्पत्ति.djvu/२९

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परिवार, निजी सम्पत्ति और राज्य को उत्पत्ति ल्यूईस भौगन को खोज के सम्बन्ध में १ संस्कृति के विकास की प्रागैतिहासिक अवस्थाएं मोर्गन विशेष ज्ञान रखनेवाले ऐसे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने मनुष्य के प्राक् इतिहास को एक निश्चित क्रम प्रदान करने की चेष्टा की थी। आगे मिलनेवाली महत्त्वपूर्ण सामग्री के कारण यदि कुछ परिवर्तन करना प्राव. श्यक न हुआ, तो आशा करनी चाहिये कि मोर्गन का वर्गीकरण कायम रहेगा। जांगल युग, वर्वर युग, और सभ्यता का युग, इन तीन मुख्य युगो मे से स्वभावतः मौर्गन का सम्बन्ध केवल पहले दो युगों से और उनसे तीसरे मे सक्रमण से है। इन दो युगों में से प्रत्येक को वह जीवन-निर्वाह के साधनों के उत्पादन मे हुई प्रगति के आधार पर निम्न , मध्यम और उन्नत अवस्थामो में बाटते हैं। कारण कि मोर्गन का कहना है कि या 'इस दिशा में मनुष्यों की दक्षता पर ही यह पूरा सवाल निर्भर करता था कि पृथ्वी पर मनुष्य की प्रभुता कायम हो पायेगी, नही। जीवों में केवल मानवजाति ही ऐसी है, जिसके बारे में कहा जा सकता है कि उसने खाद्य के उत्पादन पर पूर्ण नियंत्रण स्थापित कर लिया है। मानव प्रगति के महान युग, कमोबेश प्रत्यक्ष रूप मे, इसी बात से निश्चित होते है कि जीवन-निर्वाह के साधनो का कितना विकास हुआ है।" परिवार का विकास इसके साथ-साथ चलता है, पर उससे हमे ऐसे निश्चित मापदण्ड नहीं प्राप्त होते जिनके द्वारा हम इस विकास-क्रम १ विभिन्न कालों में बांट सके। २६