पृष्ठ:प्रबन्ध पुष्पाञ्जलि.djvu/१०५

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दक्षिणी ध्रुव की यात्रा।

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पिछले सौ वर्षों में योरुप और अमेरिका के सैकड़ों साहसी मनुष्यों ने उतरी ओर दक्षिणी ध्रुव की यात्रायेन की हैं। उनमें से कितने ही लोग इन दुर्गम ओर भयङ्कर स्थानों में बहुत दूर तक गये हैं। वहाँ के अद्भुत दृश्यों का हाल भी उन्होंने लिखा है। कुछ दिन हुए लेफ्टिनेण्ट शैकलटन अपने साथियों समेत दक्षिणी ध्रुव की दूसरी यात्रा करने गये थे। आप वहाँ से लौट आये हैं। आपकी पहली यात्रा का वृत्तान्त पिछले लेख में दिया जा चुका है। दूसरी यात्रा के सम्बन्ध उन्होंने जो कुछ अभी हाल ही में प्रकाशित किया है, उसका भी आशय नीचे दिया जाता है।