पृष्ठ:प्राकृतिक विज्ञान की दूसरी पुस्तक.djvu/२६

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(१८) पत्ती में भी तुमको छोटी पत्ती के डंठल के जोड़ में कुछ भी दिखाई नहीं देगा। इसमें भी नीम की पत्ती की तरह पतले लम्बे डंठल के जोड़ पर तुमको वह चिह्न दिखाई देगा। (टिकोमा की पत्ती ), चित्र सं० अब टिकोमा की पत्तियों को देखो और वही बात तुम को इनके पतले, लम्बे डंठल के जोड़ पर दिखाई देगी। इन सब बातों का यह परिणाम हुआ कि यह जो छोटी पत्ती तुम देखते हो वह वास्तव में एक सच्ची पत्ती नहीं है, किन्तु ये सब छोटी २ पत्तियां मिल कर एक पत्ती कहलाती हैं । इस प्रकार की जितनी पत्तियां होती है वे सब मिश्र पत्तियां' कहलाती हैं, क्योंकि वे कई छोटीर पत्तियों से मिलकर बनती हैं। Courtesy Dr. Ranjit Bhargava, Desc. Naval Kishore. Digitized by eGangotri