पृष्ठ:प्राकृतिक विज्ञान की दूसरी पुस्तक.djvu/८०

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( ७२ ) यदि तुम यह जानना चाहते हो कि पानी में कोई गैस तो नहीं मिली हुई है, वो निम्नलिखित प्रयोग का उपयोग करोः- एक शीशे के गिलास में एक थर्मामेटर लटका दो। और फिर पानी को गरम करो । यदि पानी का ताप क्रम उबाल बिन्दु पर पहुँचने से पहिले ही उस में से बबूले से निकले हुए प्रतीत हों तो समझ लो कि उस में कोई गैस मिली हुई है। बहुधा ऐसी भी बहुत सी वस्तुएँ पानी में मिली होती हैं जैसे नमक, शक्कर, फिटकरी इत्यादि जिनको न तो हम छान कर ही अलग कर सकते हैं और न ऊपर लिखी हुई किसी और रीति से । ऐसी वस्तुओं को अलग करने के लिये पानी को खूब उबालो, ऐसा करने से पानी भाप बन कर उड़ जावेगा और जो कुछ उस में मिली हुई वस्तु होगी वह भी बच रहेगी। अब मेह के पानी को उबालो और इस रीति से यह मालूम करो कि उस में क्या मिला हुआ है । कुएँ या सोते के पानी से ऊपर लिखे प्रयोग करो अर्थात्:- (१) उसको एक गिलास में रक्खा रहने दो और देखो कि कुछ घंटों के पश्चात् गिलास के पेंदे पर क्या बैठता है Courtesy Dr. Ranjit Bhargava, Desc. Naval Kishore. Digitized by eGangotri