यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
हिन्दी-ग्रन्थ-रत्नाकरका १८ वाँ ग्रन्थ ।
बंग-साहित्य-सम्राट् स्वर्गीय बाबू बंकिमचन्द्र चटर्जीके
साहित्यिक, धार्मिक, सामाजिक, दार्शनिक और
मनोरंजक निबन्धोंका हिन्दी अनुवाद ।
अनुवादकर्ता
पंडित रूपनारायण पाण्डेय ।
प्रकाशक,
हिन्दी-ग्रन्थरत्नाकर-कार्यालय,
हीराबाग, गिरगाँव, बम्बई।
भाद्र, १९८५
__________
सितम्बर, १९२८
_________
तृतीय वर्द्धित संस्करण।
[मूल्य एक रुपया।
सजिल्दका मूल्य डेड़ रुपया।