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पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/१५५

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कर्णाटी कर्णाटी - संज्ञा स्त्री० १. संपूर्ण जाति की एक शुद्ध रागिनी । २. कर्णाट देश की स्त्री । ३. कर्णाट देश की भाषा । ४. शब्दालंकार की एक वृत्ति जिसमें केवल कवर्ग ही के अवर आते हैं । कर्णिका - संज्ञा स्त्री ० १. कान का करन. फूल । २. हाथ की बिचली उँगली । ३. कुलम । कर्णिकार-संज्ञा पुं० कनिवारी या कनकचंपा का पेड़ | कर्णी -संज्ञा पुं० बाय । कर्त्तन-संज्ञा पुं० काटना । कर्त्तनी - संज्ञा स्त्री० कैंची । कर्त्तारी - संज्ञा स्त्री० १. कुँची । कतरनी । २. कटारी । ३. ताल देने का एक बाजा । कर्तव्य - वि० करने के योग्य । संज्ञा पुं० धर्म । कर्त्तव्यता- संज्ञा स्त्री० कर्त्तव्य का भाव । कर्त्तव्यमूढ़ - वि० जिसे यह न सुकाई दे कि क्या करना चाहिए । कर्त्ता - संज्ञा पुं० [खी० कर्त्री] १. करने वाला । २. बनानेवाला । ३. ईश्वर । ४. व्याकरण में छः कारकों में से पहला जिससे क्रिया के करनेवाले का ग्रहण होता है। कर्त्तार - संज्ञा पुं० १. करनेवाला । २. ईश्वर कर्तृक-वि० किया हुआ । कच त्व-संज्ञा पुं० कर्त्ता का भाव । कर्त्ता पाचक - वि० कर्त्ता का बोध कत, वास्य क्रिया-संज्ञा स्त्री० वह क्रिया जिसमें कर्त्ता का बोध प्रधान १४७ रूप से है। । कर्मधारय समास कर्दम-संज्ञा पुं० १. कीचड़ । २. मांस । ३. पाप । कर्पट - संज्ञा पुं० लता । कर्पटी - संज्ञा पुं० [स्त्री० कर्पटिनी ] चि. थड़े-गुदड़े पहननेवाला । भिखारी । कर्पर-संज्ञा पुं० १. कपाल । २. खप्पर । कर्परी - संज्ञा खो० खपरिया । कर्पास - संज्ञा पुं० कपास । कर्पूर-संज्ञा पुं० कपूर | कर्बुर - संज्ञा पुं० १. सोना। २. धतूरा । वि० चितकबरा । कर्म -संज्ञा पुं० १. कार्य्यं । करनी । २. व्याकरण में वह शब्द जिसके वाच्य पर कर्ता की क्रिया का प्रभाव पड़े । ३. भाग्य । ४. क्रिया-कर्म 1 कर्मकर-संज्ञा पुं० दे० " कर्मकार" । कर्मकांड -संज्ञा पुं० १. धर्म-संबंधी कृत्य । २. वह शास्त्र जिसमें यज्ञादि कर्मों का विधान हो । कर्मकांडी-संज्ञा पुं० यज्ञादि कर्म या धर्म-संबंधी कृत्य करानेवाला । कर्मकार - संज्ञा पुं० १. कमकर । २. सेवक | कर्मक्षेत्र -संज्ञा पुं० १. कार्य्यं करने का स्थान । २. भारतवर्ष । कर्मचारी -संज्ञा पुं० १. कार्य्यकर्ता । २. अमला । कर्मठ - वि० काम में चतुर । कर्मणा - क्रि० वि० कर्म द्वारा | कर्मण्य - वि० उद्योगी । कर्मण्यता -संज्ञा स्त्री० कार्य कुशलता । कर्मधारय समास - संज्ञा पुं० वह स- मास जिसमें विशेषण और विशेष्य का समान अधिकरण हो ।