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पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/४२

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अधि श्रधि - एक संस्कृत उपसर्ग जो शब्दों के पहले लगाया जाता है । अधिक - वि० १. बहुत ज्यादा । २. बचा हुआ । फालतू । अधिकता - संज्ञा स्त्री० बहुतायत । विशेषता । अधिक मास - संज्ञा पुं० मलमास । द का महीना । श्रधिकरण - संज्ञा पुं० १. आधार । आसरा । सहारा । २. व्याकरण में सातव कारक | अधिकांग - वि० जिसे कोई श्रवयव अधिक हो । जैसे—छगुर । अधिकांश -संज्ञा पुं० अधिक भाग । ज्यादा हिस्सा | वि० बहुत | क्रि० वि० १. ज्यादातर २. प्रायः । अधिकाई - संज्ञा स्त्री० १. ज्यादती । बहुतायत । २. बड़ाई । महिमा | अधिकार - संज्ञा पुं० १. कार्य्यभार । प्रभुत्व । २. स्वत्व । इक | ३. कब्ज़ा । ४. शक्ति । ५. योग्यता । + वि० पुं० अधिक । अधिकारी - संज्ञा पुं० [स्त्री० अधिकारिणी] १. स्वामी । मालिक । २. हक़दार । ३. योग्यता या क्षमता रखनेवाला । अधिकृत - वि० अधिकार में श्राया हुआ । संज्ञा पुं० अधिकारी । अध्यक्ष । अधिगत- वि० १. पाया हुआ । २. जाना हुआ । अधित्यका - संज्ञा स्त्री० पहाड़ के ऊपर की समतल भूमि । ऊँचा पहाड़ी मैदान | अधिदेव -संज्ञा पुं० [स्त्री० श्रधिदेवी ] इष्टदेव | कुलदेव | ३४ अधिष्ठान श्रधिदेव - वि० [सं०] दैविक | आकं- मक । अधिनायक -संज्ञा पुं० [खी० अधिना• font] सरदार | मुखिया । अधिप-संज्ञा पुं० स्वामी । मालिक । श्रधिपति - संज्ञा पुं० [सं०] [स्त्री० अधिपत्नी] नायक । श्रफेसर | मुखिया । अधिमास-संज्ञा पुं० दे० " अधिक मास" । अधिया - संज्ञा स्त्री० श्राधा हिस्सा । सज्ञा पुं० गाँव में श्राधी पट्टी का मालिक | श्रधियाना- क्रि० स० श्राधा करना । श्रधियार - संज्ञा पुं० [स्त्री० अधियारिन ] १. किसी जायदाद में श्राधा हिस्सा | २. श्रधे का मालिक । अधियारी - संज्ञा स्त्री० किसी जायदाद में आधी हिस्सेदारी । अधिरथ - संज्ञा पुं० [सं०] रथ हाँकने- वाला । गाड़ीवान । अधिराज - संज्ञा पुं० राजा । बाद- शाह । अधिरोहण - संज्ञा पुं० चढ़ना । सवार काना । अधिवास - संज्ञा पुं] [वि० अधिवासित ] रहने की जगह | श्रधिवासी - संज्ञा पुं० निवासी । रहने- वाला । अधिवेशन - संज्ञा पुं० बैठक । सम्मे- लन । 1 अधिष्ठाता - संज्ञा पुं० [स्त्री० अधिष्ठात्री ] १. अध्यक्ष | मुखिया । प्रधान । २. ईश्वर | अधिष्ठान - संज्ञा पुं० [वि० अधिष्ठित ] १. वासस्थान । रहने का स्थान । २.