पृष्ठ:बिरजा.djvu/१

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बिरजा ।

(उपन्यास)

श्रीराधाचरण गोस्वामी

द्वारा

बङ्गभाषा से अनुवादित।

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प्रियमम्या मः मुरादाशिचकम्गाम्।
बगन्यूमानानाम शबानां स्त्रोसी यथा॥

(श्रीमद्भागवतम्)

(भारतेन्दु)

विविधविषय विभूषित मासिकपत्र।

[५][अंक ७, ८, ९, १०, ११, १२

तारीख १ जुलाई, अगस्त, सिप्टम्बर, आक्टोबर,
नोवेम्बर, डिसेम्बर सन् १८९१ ई॰)

ग्रन्थकार की मुद्रा व्यतीत पुस्तकें चोरी की हैं

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काशी

भारतजीवन यन्त्रालय बाबू रामकृष्णवर्म्मा अधिर

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सन् १८९१ ई॰।