पृष्ठ:बिरहवारीश माधवानलकामकंदला.djvu/२४

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पृष्ठसे पृष्ठतक २८ तरंग विषय माधवका आना और सुमुखीके हाथ पाती का जवाब देना वर्णन॥ ३२ पुरकी स्त्रियों का माधवानल के बिरहमें ब्याकुल होना और पुरवासी पुरुषों का रा जा से फिरियाद करना वर्णन ॥ ३२ राजाज्ञासे माधवानल का सभामध्य प्रा ना और बाती लाप-तत्पश्चात् षोडसोस्त्रि योंके लक्षणवर्णन ॥ ३६ ९ माधवानल का देश त्याग करना और लीलावती का बिलाप ॥ १० माधवानल का बाँधोगढ़निवास-और व हीवर्षा ऋतु मृगनयनी प्यारी लीलावती की यादकर अत्युत्तम छन्दो में निजप्रेम प्रकाश करना वर्णन ॥ ११ लीलावती के विरहमें माधवानल का नि ज कठिनदुःख अत्युत्तम छन्द चौपाई दोहा दि में प्रकाश करते२ बांधोगढ़ छोड़ कामद शैल मन्दाकिनी के दर्शन करते हुयेएकब- नमें पहुँचना ॥ १२ माधवानल बौरहों की नाई वनके वृक्षल- तादि और जलचर थल चरादि जीवोंसेत्र पनी प्रिया की सुधि बूझतेहुये कामावती पहुँचना औरकामावति कीशोभा वर्णन ॥ ५५ ५९ १३ माधवानल का राजा कामसेन की सभा में जाना और कामकन्दला पर मोहितहो