पृष्ठ:भारतवर्ष का इतिहास भाग 1.djvu/१४२

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बड़े नगर । . महात्मा बुद्धके जन्मके पूर्वका इतिहास • यह नहीं कहा जा सकता कि यह रीति सभी राज्योंमें प्रचलित थी। परन्तु इससे इतना तो अवश्य प्रकट हो जाता है कि उस समयको लोग व्यक्तिगत स्वतन्त्रताकी कितनी परवा फ़रते थे। प्रोफेसररिस डेविडसने उस समयके यो उस समयके बड़े बड़े नगरोंकी आगे लिखी सूची अपनी पुस्तक- में दी है (१) अयोध्या, जो सरयू नदीपर थी । (२) गड्डा-तीरपर बनारल, इसका विस्तार पचासी मील बताया गया है। (३) चम्पा, यह अङ्ग देशकी प्राचीन राजधानी थी और इसी नामकी नदीपर स्थित थी। (४) फम्पिला, उत्तरीय पंचाल जातिको राजधानी थी। (५) कौशाम्बी, बनारससे २३० मील दूर यमुना-तटार स्थित थी यह व्यापारकी बहुत बड़ी मण्डी थी। (६) मधुपुरी, यमुनातीरपर शूरसेनोंकी राजधानी थी। कई लोगोंका मत है कि वर्तमान मथुरा यही स्थान है जहां मधुरा या मधुपुरी थी। (७) मिथिला, राजा जनककी राजधानी। (८) राजगृह, मगधकी राजधानी। (6) रोरुक सौवीर, जो यादको रोल्मा बन गया और जिससे वर्तमान कालका सूरत निकला है। वह उस समयमें भी च्यापारकी वडी भारी मण्डी थी। (१०) सागल, उत्तर-पश्चिममे । इसके राजाने सिकन्दरका सामना किया था। (११) सात, जिसे उन्नाव जिलेके अन्तर्गत सई नदीके तटपर सुजानकोटके स्थानपर पहचाना गया है