पृष्ठ:भारतवर्ष का इतिहास भाग 1.djvu/२३४

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उत्तर-पश्चिमी सीमापर याखतर और पार्थियाका राज्य २०५ भायं नाम है, परन्तु इससे यह परिणाम नहीं निकाला जा सकता फि वसुदेव पौद्ध न थे । पसुदेवका लगभग सन् २२० ई० में देहान्त हुआ और उस. से अगले वर्ष इरानमें सासानी राज्यको नींव पड़ी। दक्षिणके राज्य । इस योचमें दक्षिण पाण्ड्य, चोल और केरलवंश पड़ी शानसे राज्य फरते रहे, और ये यहुत धनाढय और स्मृद्धिशाली हो गये। पापड्य राज्यमें यह प्रदेश था जो इस समय मदुरा और तिनेवली में है। फेरल यह प्रदेश था जिसमें आजकल मालावार, कोचीन और दावोर हैं। चोल वंशका सारे कारोममएडल तटपर अधिकार था। 1 सियकोरापमै पसुदेव दिहो गया था।