भारतवर्षा इतिहास नहीं करते। भारतवर्षको उनमें यंटा हुआ मानकर देखना इतिहासको अशुद्ध नीरपर खड़ा करना है। स्वाभाविक और ऐतिहासिक विभागों में भारतवर्षां दर्शन करानेवाली पुस्तकों- की अभी आवश्यकता है। 1. H. Holditcl- The Gates of India. A. Cunningham-Ancient Geog of India. Based principally on Hiucn Tsang शङ्कर बालकृष्ण दीक्षित-भारतीय भूवर्णन (मराठी में)। इसका भाधार ऊपरफी पुस्तक है, परन्तु . इसमें संस्त साहित्यसे भी अच्छी सहायता ली गई है। Trots A Geographical Dictionary of Ancient and Med. India. इसका संशोधित संस्करण इण्डियन एटीक- 'रीके साथ परिशिष्ट रूपमें निकल रहा है। कनिमकी पुस्तकके निकलनेके पीछे प्राचीन भारतीय भूवर्णनफे सम्बन्धमे बहुत कुछ काम हो चुका है। परन्तु यह भिन्न भिन्न सामयिक पत्रिकामों- फे पत्रों में बिखरा पड़ा है और इसे एक स्थानपर इकट्ठा करनेकी आवश्यकता है। श्रीयुतदेका इस सम्बन्ध उद्योग यद्यपि अमूल्य है परन्तु यह अन्तिम नहीं कहा जा सकता C. Gappen.-Historical Atlas of India. राधाकुमुद मुखोपाध्याय-The Fundamental Unity of India. H. H. Risley.-The People of India.( सन २०१के मनु-गणना-विवरणसे अलग करके छापा गया)। अपने ' विषयको सबसे पहली पूर्ण पुस्तक । Ë. Gait - The Cerisus or India Report this! G. V. Anderson—Peoples of India. A. Baines-Ethnograhy. जर्मनी में स्वगाय विज्ञनि डॉ. .
पृष्ठ:भारतवर्ष का इतिहास भाग 1.djvu/५०१
दिखावट