पृष्ठ:भारतवर्ष का इतिहास भाग 1.djvu/५०९

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४६६ भारतवर्षका इतिहास नीति और समाजका पूरा दर्पण है। दिव्याचदानमें बौद्धोंकी ऐतिहासिक कहानियोंका संग्रह है। महापंश और दीपवंशमै बौद्ध धर्म और लङ्काका इतिहास है। मिलिन्द पन्हों, मुद्रा. राक्षस, मालविकाग्निमित्र और पुराणोंकी राजवंशावलियां-ये सब गुप्तकालके पहलेके समयसे सम्बन्ध रखते हैं। राजपूत- कालके ऐतिहासिक काव्य बहुतसे हैं। राजतरङ्गिणी, हर्षचरित, विक्रमाङ्कदेव चरित, पृथ्वीराज विजय, प्रवन्धकोप, कान्हड़दे, प्रबन्ध, कलवलिनाडपटु आदि उनमें केवल मुख्य मुख्य हैं। हिन्दीके पृथ्वीराज रासोका कुछ महत्व नहीं है। घिसेंट स्मिथ- ने लिखा है कि चन्दवरदाईके वंशजके पास रासोकी मूल प्रति मौजूद है, सो सय गप्प है। A. Weber-The History of Indian Lilcrature, A. Barth—The Religions of India. M. Monier Williams-Indian wisdom. Do -Religious Thought and life in India Ragozin--lcdic India ( The story of the Nations Series. ) (पुरानी हो गई और अप्राप्य; वैदिक सभ्यताका दिग्दर्शन )। V.S Dalal-History of India vol 1. श्रीयुत दलालने पौराणिक और वैदिक साहित्यके आधार- पर प्राङ्मीर्य फालका राजनीतिक इतिहास तैयार करनेफा' यत्न किया है । दूसरे लेखकोंकी पुस्तकोंमें केवल सभ्यताका इति. हास होता है। समयके विषय में दलाल महाशय लोक तिलक. के अनुयायी हैं। खेद है कि अन्यका पहला ही खण्ड समाप्त करनेपर उनका देहान्त हो गया। मिश्र बन्धु-भारतवर्षका इतिहास, प्रथम भाग। मिश्र-यन्धमओने भी धीयत दलालके समान यन किया है।.