पृष्ठ:भारतवर्ष का इतिहास भाग 1.djvu/८६

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तीसरा खण्ड कैदिक काल 000000020000 पहला परिच्छदा वैदिक साहित्य और रीति-नीति हिन्दुओंके सबसे प्राचीन हिन्दू आर्य जातिकी सबसे प्राचीन पुस्तके वेद है। इनको हिन्दू पवित्र ग्रन्थ वेद हैं। ओर भगववाणी मानते हैं। हिन्दु आय्योंकी यह प्रतिज्ञा है कि वेद ईश्वरीय ज्ञान हैं। जिस प्रकार परमेश्वर नित्य और सनातन है, ठीक उसी प्रकार उसका यह ज्ञान भी नित्य और सनातन अर्थात् अनादि कालसे है। सृष्टिक आदिमें मुक आत्माओं द्वारा उस ज्ञानका प्रकाश होता है। वर्तमान सृष्टि १९५५८८५००० वर्षों से है । यूरोपीय लोग इस कथनको स्वीकार नहीं करते और अनेक युक्तियों तथा प्रमाणोंसे वैदिक कालका निश्चय करते हैं। ये लोग ऋग्वेदको प्राचीनतम मानते हैं और उसको ईसाके जन्मले ढाई या तीन सहस्र वर्ष पूर्वका निरूपित करते हैं। उनका