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पृष्ठ:भारतीय प्राचीन लिपिमाला.djvu/२८०

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Plate L. लिपिपत्र ५०वा. काकतीयवंशी राजा रुद्रदेव चौर गणपति के समय के शेखों से. (ई.स. की १२वीं.और १५वी शताम्दी). काकतीयवंशी राजा रुदेव के अनंकोंडा के मेख से (श. म. १०८४ =t. स. १९६२). चो as a ă & Wa & a ă ă to ă ă 25 a & Š. ए घ ट ठ ह थ भ म 21 इ ऊ काकतीयवंशी राजा गण पति के समय के चेयोलू के लेख से (श. मं. ११३५ - ई. स. १२१२). ई a sa ă a Gra a ŏ a š tu aJ W a au a क TO ग घ क ट ड त थ ध न प फ ब भ म य र a EN ă ă ă ţa ca 2 2 atau õe at १ 11 . 18 T न् न का टा ला कि रि वि दी री čs 3 6 6 6 4 2 8 8 8 8 8 80 पू के रं बो un tual हो गा मो ध्वी है है है हैs Em6) naese nos . भ्रां न ग्क म्फा. ऋ. . ऋ. . E eu ero ay ♡ @ cm. ww. aan. Jos o custo San Goračit atij te zynes ats coetry boa <DO- So 250 2: J$ 20. Pengan ww at ODUTO QueIdeg © Buech- cual e j a gonoſ. evet! Ooopa-