पृष्ठ:भारतीय प्राचीन लिपिमाला.djvu/२८६

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Plate LVI लिपिपत्र ५६वां. पाण्यवंशो मुंदरपाण्य के लेख चोर यादव विरूपाक्ष तथा गिरिभूपाल के दानपों मे. (ई.स.को १२वीं से १५वीं सताम्दो तक). पाण्यवंशी राजा सन्दरपाण्य के श्रीरंग के लेख से (इ. स. की १९वीं शताब्दी). ल ग ट to o म 22 270 20 ? 42 न च र न भ म थ य 206075 42 w 52 8 w त म A रा कि री मु हा Es lo 28 e 29 RH 18 IT Î #2 § 4. ने वो जो कृ 15 OJO OD 002 0UT oeson to it f 428 ET ण्य मा पर्णा र्य 2 8 88 55 opott û पालं पूण्डि से मिले हुए विजयनगर के यादव राजा विरुपाल के दान पत्र से (अ. मं. १३०५ - 1. म. १९८२). चां ग ड म क न न वि सी चु क ST. ? ? y a 2 I an 2 F To FT a zo To un 2 I 2 Jl. प उ ग फ भ म इ विजयनगर के यादव गिरिभपान के दामपत्र मे (शक. मं. १९४६ - ई. स. १४२४). म Feb 28 ST GT 2 20 20 20 8 21 28.33 23). स 270: 78 erwende evend : OUDTS ng ou vo 8 Bug giago 91°72157 TOT: FR FUT 38 2225TIYS' कन्या-