सामग्री पर जाएँ

पृष्ठ:भारतीय प्राचीन लिपिमाला.djvu/३०२

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

Plate LXX11 लिपिपत्र ७वा. मामी और उससे निकलो हुई लिपियों के प्राचोमशेलो के क. (१ से, और .से. तक). शिविस पुसकों कहि भाव भित्र भित्र प्रमिषारोक मियों के दामपनों बदामपनों स.को०ी म.को हामपषों से बावरसापिय प्राप्तर्षि f.म.को भारम्बी कारवीचौरावी जा प्राचीन पुसकों से शताब्दी वीवी महामो t.स.कीबोमशाही. मनाबौन शमिर गौर पुसकों ३ 24 3] । २२२२ ३३ 3३३२ य ५५ पल फ ह ६ही नेद प्र ७/1 ले गयी गाय 59413 33300037 860 S कहि 375 मोष चपी और परवडते केसों कुश्मगियों समय बगियों के समय मानाचारसमें महराचादिका में म. पूर्वका दूभरो मासिक चाहिमपी के मि.मा पूर्वको १.को परितोनम गफानों के सबसे कोपनीयो चपवन पारि मासरो समादो. रामपयों महाबो नाही. १.म.को दूसरी tu.जीपीमो मनामी CDC M ३० ४० Qaoazela NADOR पEcc olac 090 a NH1 NNA ५५yxxx 488 866 J IvyY X Y WO ♡ 0 4063 T eal A so