पृष्ठ:भारतेंदु समग्र.pdf/७८६

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८६ वर्ष ६ दिल्ली १४८८ A ११ वर्ष ३ एक और मास १ दिन कलमा एक ओर नाम मास कुछ दिन अतवार यूँ कर्द रुखसते आलम निजामखाँ सुलतान । ० १३ ज़ीकाद जे जाँ बतंग जहाने बा आहोजारी शुद ।। सन् ११५ जहाँ सियह शुद : दरचश्म हरकस जे हरकस । हिजरी जे हाल आलम गुफ्ता सरोश बारी शुद ।। दिन बड़ा बादशाह हुआ किंतु हिंदुओं को बहुत दुःख दिया, गाजी मियाँ की पूजा बंद कर दी। कबीर इसी के समय में हुए, हिंदुओं को फारसी पढ़ाई। ७ रज्जब O पानीपत १५२६ मारा गया। १६ वर्ष ७ एक ओर मास १५ दिन कलमा एक ३७ वर्ष ओर नाम ८ मास १ दिन ५ वर्ष ८ मास कुछ दिन सन् ९३२ हिजरी कर्द वू सुलतान इब्राहीम कूच । हफ्तुम शहर रज्जब अज़ई सराय ।। हस्ब दिल अज़ हातिफ इलहाम कुन । साल वफात शहे गर्दै गिराय ।। गुफ्त कि दर जिन्नते बालाए पाक । याफ्त : सुलतान इब्राहीम जाय ।। बादशाहे दह बाबर बा कमाले अदलो दाद । फिरदौस वाकिफे इसरारे आलम सस्दरे लुत्फे अल्ला ।। आराम- साल जाँ ओ गुज़ीदन जाय फिरदौसश बिगो। गाह जाय फिदौस आमद : बेगुजीद बाबर बादशाह ।। एक ओर ४९ वर्ष ४ मास १५३० कलमा एक आर नाम दूसरे मुल्क में ३२ वर्ष १० मास २ दिन दिल्ली में ४ वर्ष ९ मास २९ दिन सोमवार ६ जमादि- उल्-औवल सन् ९३७ हिजरी पहिले ६ १५२६ महीने आगरे के पास राम- बाग में गाड़ा था जाने के समय हुमायू बड़ा प्रसिद्ध मनुष्य हुआ है, पहले समर्कद और काबुल का बादशाह था फिर हिंदुस्तान में आया । मुर्दा फिर काबुल ले गया