पृष्ठ:भारतेंदु समग्र.pdf/७९४

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१६६४ Thaवर्ष ४ स २२ दिन एक ओर कलमा एक ओर नाम ७६ वर्ष ४ सोमवार मास ६ दिन २६ रज्जब सन् १०७६ हिबरी साल तारीख फौत शाहजहाँ । रजी अल्लाह-गुफ्त अशरफ खाँ ।। उल्मी मकान मुमताज उलजमानी के कत्र के पास अकबराबाद दुष्ट ओरंगजेब ने राज्य के लोभ से बीमारी में कैछ कर लिया। यह भी बड़ा बादशाह थी। इसका समय मुसलमानों के राज्य का ठीक मध्याहन था। दिल्ली का ऐसा ऐश्वर्य ने पहले कभी था न फिर हुआ । ताज- गंज किला आदि अनेक उत्तम स्थान बनाये। ५० वर्ष शुक्रवार २६ आफ्ताब आलम तानमन खुल्द मकाँ औरंगाबाद १६५९ २७ दिन १७ दिन जीकाद सन् सिक्क : जद २० वर्ष बर जहाँ चू बद्रो मुनीर । शाह औरंगजेब आलमगीर ।। १७०७ २१ जनवरी १११७ हिजरी शुद्ध स्वारथी महा- दुष्ट किंतु उद्योगी था। हिंदुओं के बहुत से मंदिर तोड़े। शिवाजी ने दक्षिण का राज्य ले लिया। ५ वर्ष १ मास O ७० वर्ष ६ १७०७ १७१२ सनीचर १ ली मुहर्रम सन् १०२४ दूर वफातश बे सरो बे पा शुदंद । फैजो फषले नेअमते लुत्फो जरम ।। मास गाँव महरौली दिल्ली के पुराने होते में सिक्खों का उदय । इन लोगों के नाम मात्र की बादशाही किया था । खुल्द मजिल हिजरी fee**