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चौंतीसवाँ अध्याय लॉर्ड विलियम बेण्टिङ्क [ १८२८-१८३५ ] स्वयं लॉर्ड विलियम बेण्टिङ्क ने एक स्थान पर मुसलमान नरेशों और उस समय के अंगरेजी शासन की कम्पनी की शासन तलना इस प्रकार की है- ___नीति "कई बातों में मुसलमानों का शासन हमारे शासन से बहतर था; मुसलमान जिन देशों को विजय करते थे उन्हीं में बस जाते थे, वे देशवासियों के साथ मेल जोल और विवाह सम्बन्ध पैदा कर लेते थे; देशवासियों को हर तरह के अधिकार दे देते थे; इन विजेताओं को शासितों के हित में अपना हित दिखाई देता था और दोनों के हृदयों में एक