पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज - पहली जिल्द.djvu/१९

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सिराजुद्दौला के साथ अंगरेज़ों का व्यवहार-सिराजुद्दौला की अंगरेज़ों पर चढ़ाई-विजयी सिराजुद्दौला का कलकत्ता प्रवेश बंगाल से अंगरेज़ों का निर्वासन-सिराजुद्दौला की उदारताब्लैक होल का किस्सा--- सिराजुद्दौला की कलकत्ते से वापसी-सिराजुद्दौला के साथ छल-सिराजु- हौला की दयालुता-~-बंगाल में अंगरेज़ों का फिर से प्रवेश-साजिशों का जाल-कलकत्ते पर अंगरेजों का फिर से कब्ज़ा-हुगली की लूट और कल्ले श्राम-सिराजुद्दौला और अंगरेजों में पत्र व्यवहार छल से सिराजुद्दौला का कलकत्ते बुलाया जाना--विश्वासघात--श्रलीनगर की सन्धि-~~ अंगरेजों की ओर से सन्धि का उल्लंघन-सिराजुद्दौला और वाटमन में पत्र व्यवहार-दिल्ली सम्राट और सिराजुद्दौला--विश्वासघात द्वारा चन्दरनगर पर अंगरेज़ों का ज्ञा-सिराजुद्दौला को धमकी-अंगरेजी सेना के अत्याचार-मीरजाफर के साथ गुप्त सन्धि-मासी की लड़ाई-मीरमदन की वफादरी-मीरातार का पाप-मुर्शिदाबाद की लूट-अमीचन्द के साथ दग़ा-~-सिराजुद्दौला की हत्या-सिराजुद्दौला का चरित्र । तीसरा अध्याय मीर जाफर हिन्दू मुसलिम पक्षपात का प्रारम्भ----पुराने घरानों के नाश की योजना-बिहार के राजा रामनारायन पर हमला----उड़ीसा के राजा राम रमसिंह पर हमला-पूनिया के राजा युगलसिंह पर हमला- राजा दुर्लभ-