पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज - पहली जिल्द.djvu/६

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हिन्दू कहैं राम मोंहि प्यारा
तुरुक कहैं रहिमाना।
आपस में दोउ लरि लरि मूए,
मर्म न काहू जाना॥

-कबीर