पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज - पहली जिल्द.djvu/८८

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पुस्तक प्रवेश

पुस्तक प्रवेश कर वहाँ की रानसभा के सदस्यों ( सेनेटल ) के बेटों और बेटियो को, जिन्हें उन्होंने अपने जनान ख़ानों में कैद कर लिया था, इस बात के लिए मजबूर किया कि वे सोने के चालों में शराब भर भर कर उन्हें पिलाएँ। हर हमले के बाद हमला करने वालों की स्त्रियों की तादाद बढ़ जाती थी।xxxसकडूनियां में, थिसेली में, यूनान में, इलीरिया मे, एपाइरस और डेन्यूब के प्रान्तों में हमला करने वाले तूरानियों, जरमनों और स्लैब लोगों ने पुरुषों को कत्ल कर डाला और स्त्रियों और बच्चों को गिरफ्तार कर लिया !xxx एक्कोटेन का पादरी प्रॉसपर अपनी एक कविता में लिखता है कि-'ईश्वर के मन्दिर जला डाले गए और मठ लूट लिए गए ! यदि गॉल (फ्रान्स) की भूमि पर से समुद्र की लहरें फिर जाती तो उनसे हमें इतना अधिक नुकसान न होता !'xxx हुण जाति के लोगों ने सब चीज़ों का नाश कर डाला और जहाँ से निकले, मुल्क को वीरान बना दिया।XXX इतिहास लेखक इदेसियस लिखता है कि पाँचवी सदी में स्पेन का 'केवल नाम' बाकी रह गया था । पूरब में और पच्छिम में दोनों जगह बेशुमार खुशहाल नगर मिट गए और फिर कभी न उभर सके । अकेले हुण जाति ने पूरब में सत्तर नगरों को बरबाद कर दिया xxx ब्रिटेन में लन्दीनिग्रम (लन्दन), इबोरेकम ( यार्क), कैमेलोडूनम ( कालचेस्टर), डोरोवरनम ( कैण्टरबरी), वेण्टाइसेनोरम ( नारविच ), एक्कासालिस (बाथ) के खुशहाल छोटे छोटे शहर जिनकी रोमन लोगों ने बुनियाद