पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज - पहली जिल्द.djvu/९०

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पुस्तक प्रवेश

पुस्तक प्रवश का संहार किया, लोगों को गुलाम बना लिया, नगरों को जला डाला, और ईसाई जरमनी, लो-कन्ट्रीज़ (हॉलेण्ड और बेल्जियम) पच्छिमी फ्रांस, स्कॉटलैण्ड, आयरलैण्ड और इङ्गलिस्तान को लूट लिया या बरबाद कर दिया । पूरबी यूरोप मे हुण और अवार जातियों के भाईबन्द मगियार जाति ने डेन्यूब के मैदानों में, और मध्य यूरोप, उत्तर इतालिया और पूरबी फ्रान्स में बरबादी फैला दी। दक्खिन यूरोप में बर्बर और अरब जाति के लुटेरों, सैरेसेन लोगों ने इतालिया के समुद्रतट और पास के टापुत्रों में, प्रान्स मे और डोनाइन (दग्विन पूरबी फ्रांस ) में लूट मार जारी रक्खी ।" इन तमाम करीब एक हजार साल के हमलों के नतीजों को र हुए बुइसोनेद अन्त में लिखता है-- "असभ्य जातियों के हमलों ने एक सच्ची श्राफ़त बरपा कर दी। दो सौ साल के अन्दर ही ईसाई रोमन साम्राज्य का वह व्यवस्थित भवन, जिसकी छाया के नीचे मज़दूरों और कारीगरों ने उन्नति की थी और वे मालामाल हो गए थे, पच्छिमी यूरोप मे नीव से लेकर शिखर तक उलट गया और पूरबी यूरोप में भी उपकी बुनियादें बेहद खोखली हो गई। हर तरफ़ खण्डहर दिखाई देते थे, व्यवस्था की जगह अव्यवस्था और अराजकता का राज था, और कानून की जगह जिसकी लाठी उसकी भैंस का Work in Medieval Europe, by P _* Life anil Dter r p II5 Boussonade, bo