पृष्ठ:भारत में इस्लाम.djvu/५३

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

» " 1) इवानी, (६२) अज़ज़ी, (६०) जसमिब्ने वक्री, (६४) संस्कृत, (६५) हब्शी, (६६) फ़ार्सी, (६७) रूमी, (६८) जंगी, (६६) अजमी (७०) तुर्की, (७१) निब्ती, (७२) सुर्यानी, (७३) बरवरी, (७४) क़िब्ती, (७५) यूनानी । कुआन में समय-समय पर परिवर्तन होने के भी प्रमाण पाये जाते हैं। नं० किस के मत में कुरान की अक्षर-संख्या १. सुयूती-इब्ने अब्बास २,२३,६७१ २. उम्रिब्नेखत्ताव १०,२७,००० ३. सिराजुलकारी अब्दुल्लाहिब्नेमस्ऊद ३,२२,६७१ ४. मुजाहिद ३,२१,१२१ ५. उम्दतुलब्यान अब्दुलाहिब्ने मस्ऊद २,२२,६७० ६. सिराजुलकारी ग्रन्थकार ३२,०२,६७० ७. उम्दतुलब्यान ३,५१,४८२ ८. कसीदतुलकिराअत ग्रन्यकार ३२,०२,६७० ६. दुआय मुतबर्रक ४,४५,४८३ १०. रमूजुल कुआन मुहम्मद हसन अली ४०,२६५ इसी प्रकार का मतभेद शब्द सख्या में भी है : नं० पुस्तक का नाम किसके मत में शब्द संख्या उम्दतुल ब्यान हमीद आरज ७६२५० 1-5२. अब्दुलअजीजिब्ने अब्दुब्लाह ७०४३६ ३. सिराजुलकारी हमीद आरज ७६४३० मुजहिद ७६२५० अब्दुलअजीजिब्ने अब्दुल्लाह ७०४३६ कसीदतुल्किराअत ग्रन्थकार ८६४३० सिराजुलकारी ७६४२० सुयूती का अनुवाद मुहम्मद हलीम अनसारी ७७६३३ ६. मुहम्मदहलीम के नोट अनेकों के मत में ७७४३७ १०. मुहम्मदहलीम के नोट अनेकों के मत में ७७२७७ ११. रमूजुल कुनि मुहम्मद हसन अली ७६४२ कुरान की 15 18 12 " 17