8 राज्य है । राज्य ८६१ रुपया ब्रिटिश सरकार को और ८१ रु० जूना. गढ़ को कर देता है। खिजदिया नगानिओ- यह काठियावाड़ के माला- वार में एक छोटा राज्य है। इसमें केवल एक गांव है इसकी प्राय १२०० रु. है। यह राज्य बड़ौदा को ५२ म. कर देता है। खिजरिया-यह गोहेलवार काठियावाड़) में एक छोटा राज्य है। इसका क्षेत्रफल १ वर्गमील और जनसंख्या १००० है । इसकी आमदनी ३००० ८० है। यह राज्य ३८० रु० बड़ौदा को और ४७ रु० जूनागढ़ को कर देता है। खिलचीपुर-यह भूपाल एजेन्सी का एक एक छोटा राज्य है। इसका क्षेत्रफल २७३ वर्गमील और जनसंख्या ४५,५८३ है । इसकी श्राय २,६२,००० रु. है। यहां के राजा खिलची राजपूत हैं। इनको ६ नोपों की सलामी दी जाती है। यहां के बर्तमान नरेश राजा राव बहादुर दुर्जन साल सिंह के० सी० आई० ई० हैं। खिरासरा-यह काठियावाड़ के हालार में एक छोटा राज्य है । इसमें १३ गांव है। इसकी जनसंख्या ४५०० है । इसकी आमदनी २०,००० रु० है। यह राज्य २३६६ म. ब्रिटिश सरकार को ३५ ८.० जूनागढ़ को कर देता है । यहां के वर्तमान शासक ठाकुर श्री सूर सिंह जी बाल सिंह खैरागढ़ - यह मध्यप्रान्त में रायपुर जिले का एक । इसका शत्रफल १३६ वर्गमील और जनसंख्या लगभग २ लाख है। कपास, गेहूँ, चना यहां की प्रधान उपज है। राज्य की आमदनी ७,१६,२०० रु० है। यह राज्य ४७,००० रु. ब्रिटिश सरकार को कर देता है। यहां के राजा राजगोंडवंश के हैं और गढ़मंडला राजवंश के सम्बन्धी हैं। यहां के वर्तमान शासक राजा वीरेन्द्र बहादुर गढ़-गुजरात के रेवाकान्त का एक छोटा राज्य है। इसका क्षेत्रफल १२८ वर्गमील है। इसमें १०३ गाँव हैं। इस राज्य की आमदनी ३०,००० १० है । यह राज्य ४७५ रु० छोटा उदयपुर को कर देता है। यहाँ के राजा छोटा उदयपुर राजवंश की एक शाखा हैं । गढ़ो-मालवा की भील एजेन्सी में हेन राज्य का एक इलाका है। इसमें तीन गाँव है। इसकी जनसंख्या ६०० वर्गमील है। इस राज्य की आमदनी ३००० रु. है। यदि पड़ेस में डाका पड़ जावे तो यहाँ का राजा इसकी ज़िम्मेदारी अपने ऊपर लेता है। गढ़वाल-(टेहरी ) संयुक्त प्रान्त का , पहाड़ी राज्य है । इसका क्षेत्रफल ४१८० वर्गमील है। इसमें २२४६ गांव हैं । इसकी जनसंख्या २ लाख और श्रामदनी । लाग्ब रुपया है। यहाँ के राजा चन्द्रवंशी क्षत्रिय हैं। इन्होंने गदर में अंग्रेजों की बड़ी मदद की। इससे इन्हें गान लेने की सनद मिल गई। गन्धोल-यह काठियावाड़ का एक छोटा राज्य है। इसमें एक गाँव है। इसकी जन संख्या २०० है। इसकी श्रामदनी २५०० रु. है। गंगपुर-यह छोटा नागपुर का एक राज्य है। इसका क्षेत्रफल २४६२ वर्गमील और जनसंख्या ३.५६,६७२ है। लाख, टसर, राल, कत्था, कोयला, सोना, हीरा, धान, गन्ना, तेलहन और तम्बाकू यहाँ की उपज है। इसकी आम दनी ८०१४१०) रु० है। यहाँ का राजा ५०० २० विटिश सरकार को कर देता है। गरमली मेटी----दक्षिणो काठियावाड़ का एक गोय बाला राज्य है। इसको जन संख्या ४०० और आमदनी २५०० रु. है। यह राज्य १६६ रु० बड़ौदा की और २४ रु० सूनागढ़ को कर देता है। गरमली नानी-यह भी दक्षिणी काठियावाद का एक छोटा राज्य है। इसमें केवल एक गाँव है। इसकी जी है। खिरीम नोंग रोम-यह अासाम में खासी पहाड़ियों का एक छोटा राज्य है । इसकी जानसंख्या २५००० और श्रामदनी १०,००० रु. है । धान, ज्वार, बाजरा कपास, श्राल, लाल मिर्च, नारंगी, सुपारी, पान, कोयला और लोहा यहाँ की प्रधान उपज है। एक स्येम या सरदार यहां शासन । खिश्राोदह-यहां ग्वालियर की गुना सब एजेन्सी में एक छोटा राज्य है। इसमें केवल ७ गांव हैं। इसकी जन संख्या १२०० है। इसकी आमदनी ४००० रु. है। यहाँ के ठाकुर ग्वालियर को कर देते हैं। खेतड़ी-यह जैपुर में एक राज्य है। इसमें खेतड़ी, बबई, सिंधाना, झुनझुन और कोटपूतली के परगने शामिल हैं। इस राज्य की प्रामदनी ५,००,००० रु. है। यह राज्य ८०,००० रु. जैपुर राज्य को कर देता है। यहाँ के राजा ने १८०३ में मराठों के विरुद्ध लाई लेक को सहायता की थी । इसके बदले कोटपुतली का परगना यहां के राजा को दे दिया गया था ।
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