मटर, ( ३६ ) ४५,३५५ रु० प्रिटिश सरकार और जूनागढ़ को कर देता वराही-पालनपुर, बम्बई प्रान्त में एक राज्य है। है। लिमरी के ठाकुर राजपूत है। उनकी फौज में १६० इसका क्षेत्रफल ३३० वर्गमील और जन-संख्या २१,३७६ सिपाही है यह राज्य काठियावाड़ के द्वितीय श्रेणी के राज्यों हैं। इस राज्य की मुख्य उपज ज्वार, बाजरा, चना, में गिना जाता है। जौ, गेहूँ और कपास है। इस राज्य की सालाना लितार गोतरा-यह बम्बई के रेवाकान्त का एक प्राय ४०,००० रुपये है। राज्य है। इसका क्षेत्रफल १ वर्गमील और आमदनी इस राज्य के मालिक ईसा ने स्थापित किया था। यहां रु. है। यह राज्य २०० १० बड़ौदा को कर के शासक मुसलमान जाट हैं। देता है। वरभा-आसाम प्रान्त में खासी पहाड़ियों का एक लुघासी-बुन्देलखंड का एक छोटा राज्य है। इसका राज्य है। इसकी जन-संख्या ५५५ है। इस राज्य की क्षेत्रफल ४५ वर्गमील है । इसकी जन-ससंख्या ७,००० और सालाना प्राय १,८२० रुपये है। इस राज्य की मुख्य उपज आमदनी ३१,००० रु. है। गदर में अंग्रेजों की सहायता धान, तेजपात काली मिर्च और नींबू है । यहाँ शासकों की करने के बदले यहां के राव बहादुर को २,००० रु ० वार्षिक पदवी सीन को है। श्रामदनी को एक जागीर इनाम में मिली थी। वाओ-पालनपुर, बम्बई प्रान्त का एक राज्य है। लुनपारा-गुजरात के रेवाकान्त का एक छोटा राज्य इसका क्षेत्रफल ३,०८० वर्गमील है । इस राज्य की जन- है। इसका क्षेत्रफल ३८८ वर्गमील और जन-संख्या ८०,००० संख्या २७,७३५ है । राज्य की सालाना आमदनी ३०,००० है। लकड़ी और अनाज यहां की उपज है। इस राज्य की प्राम रुपये है। बाजरा, अरहर, उद, मूग यहाँ की मुख्य उपज दनी २ लाख रुपया है। यह राज्य १८,००० रु. ब्रिटिश है। राज्य की सेना में ५० सैनिक हैं। सरकार और बड़ौदा को कर देता है। यहां के ठाकुर राज- यहाँ के शासक राजपूत हैं। और दिल्ली के चौहान पूत हैं। इनके पूर्वज १४३४ ई० में यहां आकर बस गये राजपूत पृथ्वीराज के वंशज हैं। थे। इनको १ तोपों की सलामी दी जाती है। वाओरी धारवाल-गोहिलवार, काठियावाड़ में बम्बई लोधिका- यह काठियावाड़ के हालार प्रान्त का एक प्रान्त का एक राज्य है। इसका क्षेत्रफल ४ वर्गमील है। छोटा राज्य है। इसका क्षेत्रफल १५ वर्गमील और जन इस राज्य की जन-संख्या २,२१७ है। इस राज्य की संख्या ५,००० है। इसकी आमदनी ३०,००० रु. है सालाना आमदनी 10,०५० रु. है। यह राज्य १२६६ यह राज्य १,२८७ रु. ब्रिटिश सरकार को और ४०५ रु. रुपये यड़ौदा को और २३४ रु० जनागढ़ को कर देता है। जूनागढ़ को कर देता है। वाओरी वाछनी-गोहिलवार, काठियावाड़ में बम्बई लोहारू-यह पंजाब की हिसार कमिश्नरी में एक प्रान्त का यह एक राज्य है । इसका क्ष अफल ७१ वर्गमील नवाबी राज्य है । इसका क्षेत्रफल २२६ वर्गमील और जन और जन-संख्या २७५ है । इस राज्य की सालाना आमदनी संख्या ३२,३३८ है। यहां की आमदनी १,१६,००० रु. ३,००० रुपये है। यह राज्य २६८ रु० बड़ौदा राज्य को है। पहले यहां का मुग़ल सरदार अल्वर राज्य में नौकर ५६ रु० जूनागढ़ को कर देता है। था। उसने १८९४ में लार्ड लेक की फौजी सहायता की वारगाम-बम्बई प्रान्त में माहीकांठा एजेन्सी का तभी से उसे यह इलाका इनाम में मिल गया। उसे २०० एक राज्य है। इस राज्य में १६ गांव हैं और यहां घुड़सवारों का एक रिसाला ब्रिटिश सरकार के लिये रखना की जन-संख्या ३,४४६ है। इस राज्य की सालाना पड़ता है। यहां के महाराज को , तोपों की सलामी दी आमदनी ११०० रुपये है। जाती है। यहां के शासक राजपूत हैं और ठाकुर कहलाते हैं । वस्सावाद-काठियावाड, बम्बई प्रान्त का यह एक वांकनर-झालावार, काठियावाड़ में बम्बई प्रान्त का देशी राज्य है। इस राज्य का क्षेत्रफल ६५ वर्गमील और एक राज्य है। इसका क्षेत्रफल ४१७ वर्गमील और जन- जन-संख्या ३,८३३ । इस राज्य की सालाना आमदनी संख्या ४४,२८० है। इसकी सालाना आय ७,२५,३०० रु. २०,००० रुपया है। यह राज्य ७६६ रुपया ब्रिटिश सर है। इस राज्य की मुख्य उपज कपास, गन्ना, ज्वार, कार को कर देता है। जौ, चना और नमक है। राज्य की सेना में बाजरा,
पृष्ठ:भूगोल.djvu/२३५
दिखावट