पृष्ठ:मध्यकालीन भारतीय संस्कृति.djvu/२७२

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

(२०५) भारत में विज्ञान सीखने वाया वलि-मनुष्य और पशु की ६२ बसव २१ बसव पुराण २४,१४१ यहम ६१ घाणसह ६, २३;का पुत्र पुटिनम ८०;-कृत कादंबरी पार ई. चरित ८०; शुद्ध त्री से उत्पन्न बामण के पुत्र का उल्लंन्त्र :: हर्ष के जन्म पर कदियों के छोड़ जाने का उल्लेप १५५ बीजगणित ११५ काजोदी का उत्पन्न ११५; के अरब में प्रचारय, मन्ना पार यापून ११६ शुद्ध-विष्णु का नर्चा समतार---:. प्रतीत-६: भावी प्रमा वृहतकथा-गुणावहान ७१.८ : उसके संरकृत नुवाः ८६ .. वृहत कयामंजरी-जमा हा ६ वृहत् कथा :लोकसंग्रह शहदध-मौर्या वा तिन नजा क वृहस्पति-चारवार संप्रदाय के हो का कर्ता बोधिसत्व ६ दौड ६८-पर घलाचार :- (देखो धर्म):-भिक्षा मतभेद ५-सिद्धांतो कान !