पृष्ठ:मध्य हिंदी-व्याकरण.djvu/१७३

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( १६८ ) २-तू चला है ( चली है ) तुम चले हो (चली हो) ३-वह चला है ( चली है) वे चले हैं ( चली हैं ) . (३) पूर्ण भूतकाल कर्ता-पुल्लिंग ( स्त्री०) १--३--चला था ( चली थी) चले थे ( चली थीं) (४) संभाव्य भूतकाल कर्ता-पुल्लिंग (स्त्री०) १--मैं चला होऊँ ( चली हाऊँ ) हम चले हों ( चली हों) २ -तू चला हो ( चली हो) तुम चले होओ ( चली होओ) ३--वह चला हो (चली हो ) वे चले हों ( चली हों) - (५) संदिग्ध भूतकाल कर्ता-पुल्लिंग ( स्त्री०)' १-मैं चला होऊँगा (चली होऊँगी) हम चले होंगे (चली होंगी) २-तू चला होगा (चली होगी) तुम चले होगे (चली होगी) ३--वह चला होगा (चली होगी) वे चले होंगे (चली होंगी) (६) पूर्ण संकेतार्थ कर्ता-पुल्लिंग (स्त्री०) १--३--चला होता ( चली होती ) चले होते ( चलो होती ) (सहकारी ) "होना" (विकारदर्शक ) क्रिया (कर्तृवाच्य) धातु ... ... ... हो (स्वरांत)। कर्तृवाचक संज्ञा ... होनेवाला। 'वर्तमानकालिक कृदंत ... ... होता हुमा ।