(ई) भिन्नता या विपरीतता सूचित करने के लिए "कुछ का कुछ" आता है; जैसे, "आपने कुछ का कुछ समझ लिया ।” “जिनसे ये कुछ के कुछ होगये।"
(उ) "कुछ" के साथ “सब" और "बहुत" आते हैं। "सब कुछ" का अर्थ "सब पदार्थ वा धर्म" है, और "बहुत कुछ" का अर्थ "बहुत से पदार्थ वा धर्म" अथवा "अधिकता से" है। उदा०-"हम समझते सब कुछ' हैं।" "यों भी बहुत कुछहो रहेगा।"
१११-जो-( दोनों वचन )।
हिंदी में संबंध-वाचक सर्वनाम एक ही है। इसके प्रयोगः नीचे लिखे जाते हैं-
(अ) "जो" के साथ "सो” वा “वह" का नित्य संबंधः रहता है। "सो” वा “वह" निश्चयवाचक सर्वनाम है; परंतु संबंध-वाचक सर्वनाम के साथ आने पर इसे नित्य-संबंधी सर्वनाम कहते हैं। जिस वाक्य में संबंधवाचक सर्वनाम आता है, उसका संबंध एक दूसरे वाक्य से रहता है जिसमें नित्य-संबंधी सर्वनाम आता है; जैसे, "जो बोले सो घी को जाय ।" "जो हरिश्चंद्र ने किया, वह तो अब कोई भी भारतवासी न करेगा!"
(आ) संबंध-वाचक और नित्य-संबंधी सर्वनाम एक ही संज्ञा के बदले आते हैं। जब संज्ञा का प्रयोग होता है तब. वह बहुधा पहले वाक्य में आती है और संबंधवाचक