पृष्ठ:मध्य हिंदी-व्याकरण.djvu/९४

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( ६१ ) साधनवाचक--द्वारा, जरिये, हाथ, मारफत, बल करके, जबानी,. सहारे। हेतुवाचक-लिए, निमित्त, वास्ते, हेतु, हित ( कविता में ),. खातिर, कारण, सबब, मारे । विषयवाचक-बाबत, निस्बत, विषय, नाम (नामक ), लेखे,. जान, भरोसे, मध्ये। ____व्यतिरेकवाचक-सिवा (सिवाय ), अलावा, बिना, वगैर, अतिरिक्त, रहित। विनिमयवाचक-पलटे, बदले, जगह, एवज । सावश्यवाचक-समान, तरह, भीति, नाई, बराबर, तुल्य; योग्य, लायक, सहश, अनुसार, अनुरूप, अनुकूल, देखा देखी, सरीखा,. सा, ऐसा, जैसा। विरोधवाचक-विरुद्ध, खिलाफ, उलटा, विपरीत । सहचारवाचक-संग, साथ, समेत, सहित, अधीन, स्वाधीन, वश।' संग्रहवाचक-तक, ला, पर्यंत, सुहा, भर, मात्र । तुलनावाचक-~अपेक्षा, बनिस्बत, श्रागे, सामने । २०२-व्युत्पत्ति के अनुसार संबंधसूचक दो प्रकार के हैं- (१) मूल और (२) यौगिक। हिंदी में मूल (शुद्ध ). संबंध-सूचक बहुत कम हैं; जैसे, बिना, पर्यंत, नाई। यौगिक. संबंध-सूचक दूसरे शब्द-भेदों से बने हैं; जैसे- (१) संज्ञा से-पलटे, वास्ते, और, अपेक्षा, नाम, लेखे, विषय, मारफत ।