पृष्ठ:महाभारत-मीमांसा.djvu/३९३

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  • सेना और युद्ध । ॐ

३६७ - पैदल और ३ लाख सवार तथा पांडवो-अ० २६ ) स्पष्ट है कि यह संख्या १ की ओर २ करोड़ पैदल और १० अक्षौहिणीकी संख्यासे अधिक है। हम हजार सवार बाकी थे। (श० अ०B) समझते हैं कि सौतिने जानबूझकर इसी तरह स्त्रीपर्वके अन्तमें वर्णन है कि अन्य स्थलोंके समान इन संख्याओंको भी "इस संग्राममें सब मिलकर ६६ करोड़ कट रखा है। उनका स्पष्टीकरण करना १ लाख ३० हजार मनुष्य मरे ।" (स्त्री० 'बड़ा ही कठिन है।