पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ३.pdf/३९

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

मिश्रबंधु-विनोद नाम-(.४३६ ) चतुरसाल । ग्रंथ-इनके बनाए हुए निम्नलिखित दो ग्रंथ हैं-(१)वृत्ता- लकारमंजरी, (२) पद्यसारोदर । नाम-(१४३०) चरपट जोगी। ग्रंथ-फुटकर बानी ज्ञानमार्ग की । नाम-(१४३१ ) चानी। ग्रंथ-दोहे । नाम-(१४३२) चालकदान चारण । ग्रंथ-श्राबू राठौर का यश । विवरण-श्राबू राठौरजी का यश और इतिहास का वर्णन । नाम-(१४३३) चिंतामणि । ग्रंथ-ज्ञानसहेला । गीतगोविंदार्थ सूचनिका । बत्तीस अक्षरी। . [प्र. ० रि०] विवरण-काशी के साथ बनाया। नाम-(१४३३ ) चिम्मनसिंह । ग्रंथ-प्रश्नोत्तर नीतिशतक । [प्र० ० रि०] नाम-(१४३४) चेतनदासजी स्वामी । ग्रंथ-बानी। नाम-(१४३४ ) चेन। ग्रंथ-स्फुट दोहा । [प्र. ० रि०] नाम-(१४३५) चोखे । ग्रंथ-निम्न श्रेणी। नाम-(१४३६) चंद। ग्रंथ-पिंगल । [खोज १९०५ ] विवरण साधारण श्रेणी।