पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ३.pdf/४१

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६७२ मिश्रबंधु-विनोद नाम-(१४४८) जगन्नाथ । ग्रंथ-चौरासीबोल। नाम-(१४४ ) जगन्नाथ भट्ट । ग्रंथ, रसप्रकाश [च० त्रै० रि०] नाम-(१४४६ ) जगन्नाथ मिश्र, जौनपुर । ग्रंथ-राजा हरिचंद्र की कथा (पृ. ३६ पद्य) [द्वि० त्रै० रि०] नाम-(१४५०) जगन्नाथप्रसाद कायस्थ, कुसी जि० मथुरा। ग्रंथ-३० वर्ष की फलरीति। नाम-(१४५१) जगन्नाथप्रसाद कायस्थ, समथर (बुं०ख०) ग्रंथ-व्रजदरशमाला। विवरण-इस ग्रंथ में समथर-नरेश की ब्रजयाना का वर्णन है। नाम--(१४५१ ) जगवंशराय । ग्रंथ-संग्रह । [च० त्रै० रि०] नाम--(१४५) जतना स्वामी । ग्रंथ-पद्यावली। विवरण-राधावल्लभी। नाम-(१४५२) जनगूजर । ग्रंथ--कृष्णपचीसी। [प्र. ० रि०] नाम-(१४५३) जनछीतम । विवरण-कवि व भक्त थे। नाम--(१४५४)जनजगदेव । ग्रंथ-~-ध्रुवचरित्र । [प्र०त्रै०रि०] नाम-(१४५५ ) जनतुलसी। विवरण-भक्त व कवि थे। नाम-(१४५६) जन हमीर।