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मिश्रबंधु

सं० १६. पूर्व नूतन अंथ-(१) नीति भाषा (१९५२), (२) विश्व-विलास नाटक । विवरण---दतिया-वासी पद्माकर-वंशज हैं। नाम-(३६२२ ) जगदेवलाल । 'जन्म-काल-सं० १९१७ के लगभग । रचना-काल-सं० १९४७ । मंथ-(१) शिवाष्टक, (२) हनुमानाष्टक, (३) रामाष्टक, (४) फाग-राग। विवरण -शरीरांत हो गया है। संगीत तथा कला-प्रेमी, भगवनल सज्जन सदाचारी थे। बांसडीह बलिया के श्रीवास्तव कायस्थ थे। चारो धामों की यात्रा कर पाए थे। नाम-(३६२३) जयपाल महाराज । प्रथ-रसिक-प्रमोद । जन्म-काल-सं० १९२२ । विवरण-शूजा जिला मुंगेर-वासी । नाम-( ३६२४) (महाराज ) जवानसिंह (जी) ग्रंथ-(3) रस-तरंग, (२) नख-सिख, (३) स्फुट कविता । रचना-काल-सं०१९५० के लगभग। परिचय--महाराज पृथ्वीसिंहजी के पुत्र तथा वर्तमान महाराजा के पिता थे। यह परम वैष्णव श्रीकृष्ण के उपासक थे। उदाहरण घन सी नोपत घुरत हैं बिजुलता-सी बाल इंद्रधनुप पट लसत मनु बूढ़नि बेंदी भाल । नाम-(३६२५) दामोदर उपनाम उरदाम चौबे । ग्रंथ-उरदाम-प्रकाश । [च० ० रि०] रचना-काल-सं० १६४७ के पूर्व । नाम---( ३६२६) देवीदत्त ब्राह्मण जैधी, पो० बिहार ।