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मेरी आत्मकहानी
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(१७) वीरमणि―लेखक, पंडित श्यामविहारी मिश्र, एम० ए० तथा पंडित शुकदेवविहारी मिश्र, वी० ए० (१९१७)

(१८) नेपोलियन बोनापार्ट―लेखक, बाबू राधामोहन गोकुल जी (१९१७)

(१९) शासन पद्धति―लेखक, पंडित प्राणनाथ विद्यालकार (१९१७)

(२०) हिदुस्तान (भाग १)―लेखक, बाबू दयाचद्र गोयलीय, बी० ए० (१९१०)

(२१) हिंदुस्तान (भाग २)―लेखक, बाबू दयाचद्र गोयलीय, वी० ए० (१९१७)

(२२) महर्षि सुकरात―लेखक, बाबू वेणीप्रसाद (१९१७)

(२३) ज्योतिर्विनोद―लेखक, बाबू सपूर्णानंद, वी० एस-सी०, एल० टी० (१९१७)

(२४) आत्मशिक्षण―लेखक, पडित श्यामविहारी मिश्र, एम० ए० तथा पंडित शुकदेवबिहारी मिश्र, बी०ए०

(२५) सुंदरसार―संग्रहकर्त्ता, पुरोहित हरिनारायण शर्मा, बी०ए०

(२६) जर्मनी का विकास (भाग १)―लेखक, ठाकुर सूर्यकुमार वर्मा (१९१८)

(२७) जर्मनी का विकास (भाग २)―लेखक, ठाकुर सूर्यकुमार वर्मा (१९१९)

(२८) कृपिकौमुदी―लेखक, बाबू दुर्गाप्रसादसिंह, एल० ए-जी० (१९१९)