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पृष्ठ:योगिराज श्रीकृष्ण.djvu/१४

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12/ योगिराज श्रीकृष्ण
 


1909 में प्रकाशित।

10. The Story of My Life : The People, लाहौर का लाजपतराय विशेषांक (अप्रैल 13, 18, सन् 1929)

यह लालाजी की आत्मकथा है जिसका हिन्दी अनुवाद पं० भीमसेन विद्यालंकार ने किया, जो 1932 में नवयुग ग्रन्थमाला, लाहौर से प्रकाशित हुआ।

लालाजी की जन्म-शताब्दी (1965) के अवसर पर विजयचन्द्र जोशी ने 'लाला लाजपतराय-आटोबायोग्राफिकल राइटिंग्स' शीर्षक से उनकी आत्मकथा का सम्पादन किया तथा दो खण्डो में लालाजी के लेखों तथा भाषणो का संग्रह भी प्रकाशित किया।

लालाजी सफल पत्रकार भी थे। उन्होंने उर्दू में 'पंजाबी' तथा 'वंदेमातरम्' नामक पत्र निकाले। 1918-20 में उन्होंने न्यूयार्क से 'यंग इण्डिया' नामक एक अंग्रेजी मासिक भी प्रकाशित किया था।

देश की आर्थिक और वित्तीय स्थिति को सुदृढ़ बनाने के लिए उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक की स्थापना 1894 में की। बाबू पुरुषोत्तमदास टण्डन इसके मुख्य सचिव रहे थे। लालाजी द्वारा स्थापित भारत लोक सेवक मण्डल (Servants of the People's Society) ने देश के नवजागरण तथा सेवा का अभूतपूर्व कार्य किया है। प्रसिद्ध राष्ट्रीय नेता बाबू पुरुषोत्तमदास टण्डन, भूतपूर्व प्रधानमंत्री श्री लालबहादुर शास्त्री तथा पं० अलगूराय शास्त्री जैसे देशभक्तो ने लालाजी से प्रेरणा लेकर ही राष्ट्र-सेवा का पाठ पढ़ा था।