पृष्ठ:राष्ट्रीयता और समाजवाद.djvu/९

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२०४ २०६ २०८ २१२ २१८ २२१ २४३ २४६ २५० २५३ २५५ काग्रेस और सोशलिस्ट पार्टी जनतन्त्रकी रक्षाके लिए विरोधी दलकी आवश्यकता हमने काग्रेस क्यो छोडी ? कुछ गम्भीर प्रश्न सन् ४२ की क्रान्तिका उद्देश्य अभी पूरा नही हुआ पटना अधिवेशन सत्याग्रह और प्रजातन्त्र कृपिसुधार समितिके सामने बयान अनिवार्य गल्लावसूली योजना गाँवोमे शोपितोका संयुक्त मोर्चा कायम हो जनताका प्राशा दीप वुझ रहा है चौथा अध्याय--समाजवाद समाजवादका लक्ष्य सामाजिक वर्गोका अर्थ मानव-समाजका विकास वर्ग-सघर्पकी आवश्यकता इतिहासकी भौतिक व्याख्या द्वन्द्वात्मक भौतिकवाद समाजवादका मूलाधार-मानवता वर्गसंघर्षकी अनिवार्यता मार्क्सवाद और पूंजीवादी विज्ञान मार्क्स और नियतिवाद पाँचनाँ अध्याय--शिक्षा युवकोका समाजमे स्थान और भारत विद्यार्थियोका राजनीतिमे स्थान योग्य शिक्षकोकी कमी क्या धार्मिक शिक्षा हमारी शिक्षा-संस्थाप्रोद्वारा दी जानी चाहिये युवकोंको सन्देश जन-शिक्षा आगरा विश्वविद्यालय अध्यापकोका कर्तव्य विश्वविद्यालय दे : नवयुगके नागरिक छठा अध्याय-संस्कृति हमारा आदर्श और उद्देश्य २६३ २६६ २६६ २७४ २७७ २८२ २८७ २६३ २६८ ३०५ ३१३ ३१६ ३२१ ३२५ ३३० ३३१ ३४३ ३५३

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