पृष्ठ:वेनिस का बाँका.djvu/१३३

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एकोनविंशति परिच्छेद
 

अंड्रियास। मैं भली भाँति जानता हूँ कि कितना कठोर कार्य मैंने तुमको सौंपा है। अनेक विषय में तो मैं कहता हूँ कि यदि मुझे कोई अकले एक पोत लेकर तुर्कों के सकल पोतों के बेड़े से सहस्रबार मार्ग काट कर निकल जाने को कहे तो इससे कहीं उत्तम समझूँगा कि अविलाइनो को जिसने स्वयं शैतान को अपना पक्षपाती बना रक्खा है पकड़ूँ! सच पूछिये तो मैंने आजतक ऐसा मनुष्य न देखा न सुना जो प्रत्येक स्थल पर उपस्थित और विद्यमान हो। और कहीं न हो। जिसे बहुत से लोगों ने देखा हो परन्तु कोई पहचान न सकता हो। जिसने बेनिस की विख्यात पुलीस को, गुप्त चरों और अनु- संधानकारियों को चकित कर दिया हो। और जिसके नामश्रवण से वेनिस के बड़े बड़े बीर कम्पित होते हों। और तो और मैं स्वयं अपने को उसकी यमधार से सुरक्षित नहीं समझता। अतएव इसीसे समझ लो कि मैं भली भाँति जानता हूँ कि कैसा कठोर कार्य तुमको सौंपा गया है। परन्तु यह भी स्मरण रक्खो कि उसके बदले में कैसी अप्राप्य और अलौकिक एवम् अनुपम वस्तु देने का वादा करता हूँ। परन्तु तुम तो कुछ शिथिल से ज्ञात होते हो, मौन क्यों हो अपना विचार क्यों नहीं प्रगट करते? फ्लोडोआर्डो मैं तुमको सदा विचार की दृष्टि से देखता आया हूँ, और मैंने तुममें कतिपय चिन्ह उत्कृष्टता और योग्यता के पाये हैं, अतएव इस कारण से मैंने तुमको इस कार्य पर नियुक्त किया है। यदि संसार में कोई व्यक्ति अबिलाइनो का सामना कर सकता है तो वह तुम हो। मैं तुमारे उत्तर की प्रतीक्षा करता हूँ"।

फ्लोडोआर्डो स्तब्ध और मौन आयतन में टहला किया। उसके मौन रहने का कारण प्रत्येक व्यक्ति समझ सकता है कि क्या था। महाराज ने उसके लिये एक ऐसा कठिन और